श्रीमती एन नपीन्नै उच्चतम न्यायालय की वकील और साइबर साथी © की संस्थापक, एक वरिष्ठ एवं जानी-मानी वकील हैं जिन की विशेषता संवैधानिक, आपराधिक, बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) और साइबर कानून 1991 से है।
श्रीमती नपीन्नै जी, “साइबर साथी©” की संस्थापक हैं जिसका प्रारंभ इस उद्देश्य से किया गया है कि साइबर कानून, उनके खतरों और भेद्यताओं की जानकारी से नागरिकों को सशक्त बनाया जा सके। वह उच्चतम न्यायालय के सामने एमिकस क्यूरी, रही हैं , प्रज्वला वीएस यूनियन ऑफ इंडिया रही हैं, जिसमें, उन्होंने उच्चतम न्यायालय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से सक्षम हलों की तलाश की है जो महिलाओं और बच्चों पर हो रहे जघन्य अपराधों का समाधान जड़ से निकाल सकें।
श्रीमती नपीन्नै तमिलनाडु ई-शासन संस्था (टीएनईजीए) की सलाहकार तथा महाराष्ट्र साइबर पुलिस की सलाहकार और मध्य और पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ पैनल वकील है। वह कई गैर-लाभकारी संगठनों की सलाहकार हैं जिनमें महिलाओं और बच्चों के लिए काम करने वाले भी शामिल हैं। वह तमिलनाडु के राज्य बच्चा नीति समिति (2015–2016) की विशेषज्ञ सदस्य रह चुकी हैं। इसमें कार्य मैं राज्य बच्चा नीति के अंदर आ रहे साइबर सुरक्षा पहलुओं को तैयार करना था।
स्टैनफोर्ड सीडीडीआरएल (यूएसए) चेवेनिंग (यूके) और आईवीएलपी (यूएसए) में छात्रा रह चुकीं, श्रीमती नपीन्नै जी को साइबर कानून में अपनी विशेषज्ञता से न्यायाधीशों को सशस्त्र बल और पुलिस तथा खुफिया एजेंसियों को राष्ट्रीय एवं राज्य न्याय तथा पुलिस अकादमियों को प्रशिक्षित करती हैं।
वह एक उर्वर लेखिका भी है और राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रकाशनों में उनके लेख प्रकाशित हुए हैं। उन्होंने साइबर कानून पर एक मौलिक किताब लिखी है जिसका नाम “टेक्नोलॉजी लॉस डिकोडेड” है जिसको काफी सराहना प्राप्त हुई। श्रीमती नपीन्नै जी ने इस साइबर सुरक्षा ”साइबर साथी© के संग” की अवधारणा और लेखन किया है।